करोना से लड़ रही Spain की इस सत्संगी डॉक्टर की सच्ची आप बीती । ज़रूर सुने

गुरु प्यारी साध संगत जी यह जो तस्वीरें आप देख रहे हैं जिसमें दिखाया गया है कि कैसे स्पेन के सभी डॉक्टर उस कुल मालिक के आगे फरयाद कर रहे हैं उसके नाम का जाप कर रहे हैं आप देख सकते हैं कि कैसे डॉक्टरों के भी हाथ खड़े हैं साध संगत जी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि वह इंसान को नया जीवन देने की क्षमता रखते हैं शरीर में जितनी भी बीमारियां होती हैं उनको निकालने की क्षमता डॉक्टर रखते हैं लेकिन आप देख सकते हैं कि इस समय डॉक्टर भी उस कुल मालिक के आगे विनती कर रहे हैं अरदास कर रहे हैं की रहम कर, इसमें जो डॉक्टर दोनों हाथ जोड़ें खड़ी है वह पंजाब से है जो कि स्पेन में एक हॉस्पिटल में डॉक्टर है उन्होंने ही सभी को एक ओंकार सतनाम का जाप करने के लिए प्रेरित किया की यह हमारे गुरुओ की वाणी है
 जो खुद उस भगवान का रूप थे उनके द्वारा उचारी गई है हमें इसका जाप करना चाहिए हमें एक ओंकार सतनाम का जाप करना चाहिए वह हमारी संभाल जरूर करेंगे उन्होंने ही सभी को प्रेरित किया इसलिए आप देख सकते हैं कि वह मालिक के नाम का जाप कर रहे हैं साध संगत जी उन्होंने कहा कि हमारा देश भारत संतों महात्माओं की भूमि है यहां पर संत महात्मा आए उन्होंने हमें समझाया हमें उपदेश दिया हमें सिखाया इसलिए उनकी कृपा हम सभी पर बनी हुई है साध संगत जी इसलिए हमारे इस धार्मिक देश पर कोई भी संकट आ जाए लेकिन हमारे संत हमारे गुरु पीर सतगुरु हमारी संभाल करते हैं और उन्होंने अपने डॉक्टरों को यह भी कहा कि जब श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी थे तब एक महामारी आई थी जिसने लोगों को बहुत प्रभावित किया था और लोगों ने परेशान होकर गुरु साहब से यह विनती की थी कि हमें इस से बचाएं हमें इससे मुक्ति दिलाएं और उस समय गुरु साहब ने कैसे अपनी रहम कर अपनी दया मेहर से लोगों को बचाया था लोगों में से इस महामारी को खत्म किया था जोकि लोगों में फैल रही थी बढ़ रही थी तब गुरु साहब ने ही लोगों को बचाया था लोगों को इससे मुक्ति दिलाई थी अब जब दूसरे देशों में आप देख सकते हैं कि कैसे महामारी फैल रही है कैसे लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं कैसे लोगों की मौतें हो रही हैं लेकिन अभी तक हमारे इस धार्मिक देश में अभी तक कोई भी संकट हमें ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा सका इससे पहले भी बहुत सारी महामारीआ दुनिया में आई लेकिन हमारे भारतवासी मालिक पर विश्वास रखते हैं पूजा करते हैं पाठ करते हैं मालिक का सिमरन करते हैं गुरुद्वारों में जाते हैं मंदिरों में जाते हैं उसके नाम को हमेशा अपने आगे रखते हैं उसके नाम की पूजा करते हैं इसलिए उसके नाम का ही असर है वह कुल मालिक हमारी संभाल करता है हमें हर तरह के संकट से बचाता है और अगर हम विचार करें दूसरे देशों के बारे में तो वहां पर इतनी धार्मिकता नहीं है वहां पर लोग इतनी पूजा नहीं करते क्योंकि वह विज्ञान को आगे रखते हैं विज्ञान की खोजों को आगे रखकर चलते हैं वह ईश्वर को ना मानने में यकीन रखते हैं क्योंकि उनकी बुद्धि विज्ञान को आगे रखती है तो इसलिए वह ईश्वर की पूजा कम ही करते हैं और जब उन पर कोई संकट आता है कोई मुसीबत आती है कोई महामारी आती है वह अपना पूरा जोर दिखाकर जाती है और उनको मालिक की कोई खबर नहीं मालिक के साथ कोई रिश्ता नहीं इसलिए जब कोई मुसीबत उन पर आती है तब दुख की घड़ी में उनको यह खबर ही नहीं रहती,  कि सृष्टि मालिक खुद चला रहा है और हमें उसके आगे फरियाद करनी चाहिए उसके नाम का सिमरन करना चाहिए क्योंकि उसके नाम के बिना यहां कुछ भी नहीं अगर वह चाहे तो एक पल में सब को ठीक कर सकता है और एक पल में इस संसार को खत्म भी कर सकता है इसलिए उन्होंने कहा कि हमारे देश में इसी बात को लेकर अभी तक इतनी सहजता बनी हुई है यह सब हमारे गुरु हमारे संत महात्माओं की कृपा हम पर बनी हुई है हमें ऐसे ही इस महामारी का सामना करना है और घर पर रहकर ही मालिक का सिमरन करना है ताकि यह महामारी जल्द से जल्द खत्म हो सके और इस संसार को इससे मुक्ति मिल सके , और इसके साथ ही हमें भी यह सीख लेनी चाहिए कि हमें भी अपने घर पर ही रह कर मालिक के नाम का सिमरन करना है उसकी याद में बैठना है अब जब सभी काम रुके हुए हैं सभी कारोबार रुके हुए है तो हमें इसी का फायदा उठाते हुए उस कुल मालिक को याद करना है ज्यादा से ज्यादा समय भजन बंदगी में देना है नाम की कमाई करनी है शब्द की कमाई करनी है और हमें कोई बहाना नहीं बनाना कि हमसे नहीं होता क्योंकि इस समय जितना ज्यादा सिमरन भजन जिसके द्वारा किया जाएगा उसी में उसका ही फायदा है हम जितना ज्यादा मालिक का सिमरन करेंगे उसकी मेहर उतनी ही हमारे परिवार पर बनी रहेगी ।

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