नाम की कमाई करने से व्यक्ति के अंदर एक दिव्य उर्जा जन्म लेती है और वहीं उर्जा हमें इस भवसागर से पार जाने का रस्ता भी दिखाती है ।
जो कोई भी 'शब्द' (नाम) की कमाई करता है, वह कर्मों के बंधन से मुक्त हो जाता है, जो शिष्य अपने मन को 'गुरु' के हाथों बेच देता है, वह अपने 'अभ्यास' में सफल होता है और उसको 'मालिक' की प्राप्ति हो जाती है और वह सचखंड का अधिकारी बनता है ।
ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.