हमारे रूहानी मार्ग में गुरु या मुर्शद का हुक्म भजन करना है मालिक की बंदगी करनी है
लेकिन अगर आप ज्यादा सिमरन नहीं कर सकते तो अपने मुर्शद के लिए प्यार पैदा करो क्योकि ये प्रेम ही हमे मालिक की दरगाह में लेकर जायेगा ।ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।
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