आज का रूहानी विचार ।। Spiritual Thought of the day

 

"सत्संग की एक घड़ी, तप के वर्ष हज़ार, फिर भी नहीं बराबरी, संतन कियो विचार"

जिसका अर्थ है कि सत्संग की एक घड़ी तप के हज़ार वर्ष के समान है और फिर भी उसकी बराबरी नहीं है, चाहे घुम लो सारी दुनिया, और तीर्थ करो हजार, भाव कि चाहे सारी दुनिया घूम लो, और हज़ारों तीर्थ घूम लो, लेकिन सब कुछ फीका फीका है, जब तक पूर्ण गुरु का दीदार नहीं होता ।

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