हम सारी जीवात्माएं बिना कर्म किए रह ही नहीं सकती, चलते फिरते, खाते पीते, यहां तक कि सांस लेते समय भी हमसे ऑटोमैटिकली ही न चाहते हुए भी कर्म होते ही हैं,
कर्म कुछ शुभ भी होते हैं और कुछ अशुभ भी, चाहे किसी भी प्रकार के क्यों न हो, दोनों ही तरह के कर्म हमें यहां वापस ले आने की वजह बन सकते हैं, इनको खतम करने का एक मात्र साधन है मालिक की भजन बंदगी ।
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