भजन सिमरन करते समय विचारों को रोकने का प्रयास कभी नही करना चाहिए, क्योंकि विचारों का आना संभाविक है
ये आएंगे ही, हम जितना इनको रोकने का प्रयास करेंगे ये उतना ही और ज्यादा आएंगे इसलिए इनको रोकने के बजाए इनको साक्षी होकर देखना चाहिए, फिर एक स्थिति ऐसी आएगी कि ये अपने आप विलीन हो जायेंगे और अंदर गहरी शांति छा जाएगी ।ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।
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