रात के पिछले हिस्से में एक दौलत बटती रहती है, वह देने वाला खुद कहता है
आवाजें दे देकर कहता है कि है कोई मांगने वाला "रात के पिछले हिस्से में एक दौलत बटती रहती है जो जागता है वो पाता है जो सोता है वो खोता है, रात पवे ते बेदर्दा को नींद प्यारी आवे दर्द मंदा नू याद सजन दी पई सुत्या आन जगावे"ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।
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