आज का रूहानी विचार ।। Spiritual Thought of the day

 

जब कभी प्रभु की अंश जीव सत्संग में पहुँचता है, तो उस स्थान से वापस नहीं आता,

क्योंकि इसके अंदर प्रभु के ज्ञान का प्रकाश हो जाता है और उस ज्ञान के प्रकाश वाली हालत का नाश नहीं होता, जिस मनुष्यों के तन मन प्रभु के नाम में और प्यार में रंगे रहते हैं, वे सदा प्रभु की हजूरी में बसते हैं, जैसे पानी में पानी आ मिलता है वैसे ही सत्संग में टिके हुए की आत्मा प्रभु की ज्योति में लीन हो जाती है, उस के जनम मरन के फेरे समाप्त हो जाते हैं, प्रभु-चरणों में उसे ठिकाना मिल जाता है, हे नानक! प्रभु के वह जीव फिर उसके हो जाते है ।

ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।


Post a Comment

0 Comments