सेवा वही कर सकता है, जो अपने लिए कभी कुछ नहीं चाहता ।
सेवा करने के लिए धन आदि पदार्थों की चाह तो कामना है ही, सेवा करने की चाह भी काम ही है; क्योंकि सेवा की चाह होने से ही धन आदि पदार्थों की कामना होती है। इसलिए अवसर प्राप्त हो और योग्यता हो तो सेवा कर देनी चाहिए पर सेवा की कामना नहीं करनी चाहिए ।ऐसे ही रूहानी विचार रोजाना सुनने के लिए, नीचे अपनी E- Mail डालकर, वेबसाइट को सब्सक्राइब कर लीजिए ताकि हर नई पोस्ट की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके ।
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.