हे मूर्ख मन मालिक प्रभु तेरी सारी करतूत देख रहा है उसे तेरी कोई भी हरकत छुपी हुई नहीं है
उससे कुछ छुपाया नहीं जा सकता वह सर्वव्यापक है तू क्या सोचता है और क्या करने वाला है वह सब जानता है इसलिए तू उसके हुकुम में रहकर अपना जीवन निर्वाह कर उसके पास पहुंचने की कोशिश कर अपने अंदर से विकारों को खत्म कर फिर तूं उसमें मिलाप करने के लायक समझा जा सकता है तेरा मिलाप उससे हो सकता है ।
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